कुशीनगर में कोतवाल पर भारी पड़ा पूर्ब मुंशी का प्रभाव
निखिल कुशवाहा /कसया
अमिट रेखा
योगी राज में पशुओ की तस्करी पर विराम लगाने के लिए शपथ ले चुके इंस्पेक्टर पर कार्रवाई का भय दिखा कर तोड़ा जा रहा है मनोबल
व इकबाल को कुचलने के कुचक्र में जुटे सफ़ेद पोश, राजनेता से लेकर तस्कर तक जनपद में पशु तस्करी को बढ़ावा देने का खेल जारी।
सूत्रों का यह भी कहना है कि कसया थाने में पूर्व रह चुके इंस्पेक्टर पर दर्ज हुआ मुकदमा में आ रही राजनैतिक बदबू स्थानीय लोगो में चर्चा का बिषय बना हुआ है जिसका खामयाजा आज देखने को मिला कि कसया थाने में कार्यरत मुंशी उस समय कोतवाल पर भारी पड़ा जब पशु तस्करों पर कहर बन कर टूटने के लिए किया जा रहा अभियान पशु तस्करी में संलिप्त लोगो को नही पच पा रहा था इंस्पेक्टर का अभियान पशु तस्करी रोकने के सरकार के अभियान को फेल करने के लिए किया जा रहा है बड़ी साजिश। इंस्पेक्टर पर मुकदमा दर्ज कर जनपद के अन्य इंस्पेक्टरों व थाना प्रभारियों पर पशु तस्करी रोकने के खामियाजा दिखाने में जुटे तस्कर व सफ़ेद पोश। सूत्रों का यह भी कहना है कि वैसे तो कसया थाने में दिए गए पशुओ की सुपुर्दगी के वावत प्रधान व पशु पालक दे चुके है सपथ-पत्र के जरिये पशु लेने की जबाबदेही फिर भी बदले की भावना से दर्ज करा दिया गया मुकदमा। जबकी करीब दो वर्ष पूर्ब कसया थाने में कार्यरत मुंशी पर स्थानीय किसी सफ़ेद पोश व प्रभाव शाली का बरदान मिला था जिसे तत्कालिक पुलिस अधीक्षक ने उक्त मुंशी का ट्रांसफर कई जगह किये पर सफ़ेद पोस की मदद से बार-बार कसया अपना ट्रांसफर कराता रहा आजिज होकर तत्कालिक पुलिस अधीक्षक महोदय गैर जोन स्थानान्तर कराने का संकल्प लिया था ।